Microgreens: आज हम आपको एक ऐसी फसल के बारे में बताएंगे जिसे आप सिर्फ 7 दिन में उगा सकते हैं, घर की छत, बालकनी या रसोई में आसानी से उगा सकते हैं और जिसका मुनाफा हर हफ्ते आपके बैंक अकाउंट में आ सकता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि माइक्रोग्रीन क्या हैं, इन्हें कैसे उगाया जाए, कौन-कौन से पौधे माइक्रोग्रीन बन सकते हैं, सही समय और देखभाल के तरीके और कैसे आप इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
माइक्रोग्रीन क्या हैं और क्यों है इसकी डिमांड
माइक्रोग्रीन पौधों के शुरुआती अंकुर होते हैं जो 2 से 3 इंच की ऊंचाई तक पहुंचते हैं। ये सिर्फ छोटे आकार में ही नहीं, बल्कि पोषण में भी परिपक्व पौधों से कहीं अधिक होते हैं। इन्हें “युवा फसल” भी कहा जाता है क्योंकि इनमें विटामिन C, विटामिन A और शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यही वजह है कि माइक्रोग्रीन की डिमांड आज बड़े रेस्टोरेंट से लेकर आम घरों तक बढ़ रही है।

कौन-कौन से पौधे बन सकते हैं माइक्रोग्रीन
माइक्रोग्रीन के लिए आप मूंग, धनिया, सरसों, मेथी, पालक, ब्रोकली, मूली, चुकंदर, तुलसी और लेट्यूस जैसे पौधों का चुनाव कर सकते हैं। सबसे बड़ी खूबी यह है कि इन बीजों को आप अपनी रसोई के मसालेदान से भी ले सकते हैं, जिससे शुरुआती खर्च बहुत कम हो जाता है।
माइक्रोग्रीन कैसे उगाएं घर पर
माइक्रोग्रीन उगाने के लिए बड़े खेत या मशीन की जरूरत नहीं है। जूते का बॉक्स, डलिया या कोई पुराना ट्रे पर्याप्त है। कंटेनर में जल निकासी का छेद होना चाहिए ताकि पानी जमा न हो। मिट्टी का होना अच्छा है, लेकिन अगर न हो तो कोकोपीट या नम टिश्यू पेपर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
उगाने का तरीका और देखभाल
सबसे पहले कंटेनर में 2 से 3 इंच मिट्टी भरें। बीजों को हल्के से फैलाएं और ऊपर से पतली परत मिट्टी डालें। धीरे से थपथपाकर बीजों को सेट करें। दिन में दो से तीन बार हल्का पानी छिड़कें। जैसे ही बीज अंकुरित हो जाएं, उन्हें हल्की धूप में रखें। सिर्फ 7 दिन में आपकी फसल तैयार हो जाएगी।
Tiny Leaves. Giant Nutrition!
— Poshan Ghar (@PoshanGhar) October 10, 2025
These nutrient powerhouses are easy to grow at home and can be added to everyday meals to boost immunity, improve digestion, and enhance flavor.
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माइक्रोग्रीन के लिए सही समय और मौसम
माइक्रोग्रीन साल भर उगाई जा सकती है। गर्मी हो या सर्दी, केवल 2 से 3 घंटे की नरम धूप और हल्की रोशनी पर्याप्त है। इसे आप अपनी रसोई की खिड़की, बालकनी या छत पर भी आसानी से उगा सकते हैं।
मुनाफा और कमाई
अगर आप हर हफ्ते 2 से 3 किलो माइक्रोग्रीन बेचते हैं और बाजार में इसकी कीमत ₹300 से ₹500 प्रति किलो है, तो सोचिए महीने में आपकी आमदनी कितनी बढ़ सकती है। यही वजह है कि युवा किसान इसे स्टार्टअप की तरह अपनाकर लाखों की कमाई कर रहे हैं।
सावधानियां जो जरूर बरतनी चाहिए
केमिकल वाले बीजों का इस्तेमाल न करें। जैविक, गुणवत्तायुक्त मिट्टी का चयन करें। ज्यादा पानी देने से बचें और कंटेनर की सफाई पर ध्यान दें। छोटी सावधानियां बड़ी सफलता की कुंजी हैं।
अब देर किस बात की
अगर आप भी कम समय, कम निवेश में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो माइक्रोग्रीन की खेती एक बेहतरीन विकल्प है। इसे आप अपने घर, बालकनी या किसी छोटे कोने में आसानी से उगा सकते हैं और हेल्दी खाने के साथ-साथ शानदार कमाई भी कर सकते हैं।
FAQs
1. माइक्रोग्रीन उगाने में कितना समय लगता है?
सिर्फ 7 दिन में माइक्रोग्रीन तैयार हो जाती है।
2. क्या माइक्रोग्रीन साल भर उगाया जा सकता है?
हाँ, हल्की धूप और कमरे के तापमान में इसे साल भर उगाया जा सकता है।
3. माइक्रोग्रीन के लिए कौन सी मिट्टी सबसे अच्छी है?
जैविक, गुणवत्तायुक्त मिट्टी या कोकोपीट का उपयोग कर सकते हैं।
4. माइक्रोग्रीन का मुनाफा कितना होता है?
अगर 2-3 किलो हर हफ्ते बेचें, तो महीने का मुनाफा हजारों में हो सकता है।
5. क्या हर बीज माइक्रोग्रीन बन सकता है?
नहीं, मूंग, धनिया, सरसों, मेथी, पालक, ब्रोकली, मूली, चुकंदर, तुलसी और लेट्यूस जैसे बीज उपयुक्त हैं।







