Best Fertilizer for Rabi Crops: फसल की बुवाई के समय किसान अक्सर डीएपी, यूरिया, SSP, TSP और NPK जैसी खादों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन सवाल यह है कि इनमें से सबसे ताकतवर खाद कौन सी है, कौन सी फसल के लिए उपयुक्त है और इसे कब देना सबसे ज्यादा लाभदायक है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ये खादें आपके खेत में कैसे काम करती हैं,
इनका सही समय और मात्रा क्या होनी चाहिए, और किस फसल के लिए कौन सी खाद सबसे ज्यादा पैदावार दे सकती है। अगर आप इस रबी सीजन में गेहूं, सरसों, चना, मटर या अन्य फसल की बुवाई कर रहे हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है।
डीएपी (Di-Ammonium Phosphate) खाद का महत्व
डीएपी खाद में 18% नाइट्रोजन और 46% फास्फोरस होता है, जो पौधे की शुरुआती वृद्धि और जड़ विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह मिट्टी में धीरे-धीरे घुलती है और बीज अंकुरित होने के समय जड़ें इसे अवशोषित करती हैं। इसलिए, डीएपी हमेशा बुवाई से पहले डालना चाहिए ताकि पौधे को आवश्यक पोषक तत्व समय पर मिल सकें।

टीएसपी (Triple Super Phosphate) और उसका प्रभाव
टीएसपी खाद में 46% फास्फोरस और 15-17% कैल्शियम नाइट्रेट होता है। यह पौधे की जड़ विकास और शुरुआती वृद्धि में सहायक है। बुवाई के समय टीएसपी डालने से पौधे मजबूत बनते हैं और अंकुरण से ही सही पोषण मिलता है।
भारत टीएसपी (ट्रिपल सुपर फॉस्फेट) खाद में 46% फॉस्फोरस और
— खुरपेंची खेती (@khurpenchfarm) October 17, 2025
15% कैल्शियम होता है, जो पौधों के लिए बेहद फायदेमंद है
यह DAPसे ज्यादा जल्दी पानी में घुल जाता है,
जिससे जड़ें मजबूत होती हैं, फसल की बढ़वार तेज होती है
और उपज में बढ़ोतरी होती है। pic.twitter.com/4yw3J03naR
SSP (Single Super Phosphate) का उपयोग
एसएसपी में 16% फास्फोरस, 11% सल्फर, 21% कैल्शियम और 0.5% जिंक होता है। यह खाद जड़ वृद्धि, ठंड से सुरक्षा और पौधे की मजबूती में मदद करती है। दानेदार एसएसपी बुवाई के समय इस्तेमाल की जा सकती है, जबकि पाउडर फॉर्म बुवाई के बाद इस्तेमाल के लिए उपयुक्त है।
NPK खाद और इसकी भूमिका
एनपीके खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का संतुलन होता है। बुवाई के समय एनपीके 12:32:16 का उपयोग करना लाभदायक है। इसमें नाइट्रोजन पौधे की वृद्धि, फास्फोरस जड़ विकास और पोटाश रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।
यूरिया का सही समय और मात्रा
यूरिया में 46% नाइट्रोजन होता है और यह पौधे के शुरुआती विकास के लिए जरूरी है। किसान अक्सर इसे एक बार में डाल देते हैं, लेकिन सही तरीका यह है कि बुवाई के समय 1/3 हिस्सा दें, 20-25 दिन बाद पहले पानी के समय दूसरा हिस्सा दें और फूल आने से पहले अंतिम डोज़ डालें। इससे न सिर्फ पौधे की वृद्धि सही होती है, बल्कि जमीन में नाइट्रोजन का नुकसान भी कम होता है।
फसल के अनुसार खाद का चयन
अनाज वर्गीय फसल जैसे गेहूं, धान, जौ के लिए डीएपी और यूरिया सबसे उपयुक्त हैं। तिल वर्गीय फसल जैसे सरसों, सोयाबीन, तिल के लिए SSP सबसे अच्छा है। दलहनी फसलें जैसे चना, मूंग, उड़द और सब्जी वर्गीय फसल के लिए NPK 12:32:16 का बेसल डोज़ बुवाई के समय देना सबसे लाभकारी है।
FAQs
1. डीएपी खाद कब डालनी चाहिए?
हमेशा बुवाई से पहले, ताकि पौधे के अंकुरण के समय पोषक तत्व उपलब्ध रहें।
2. यूरिया की पूरी मात्रा एक बार में डाल सकते हैं?
नहीं, बुवाई के समय 1/3 हिस्सा दें, बाद में दो अन्य डोज़ दें।
3. SSP और TSP में क्या अंतर है?
SSP में फास्फोरस, सल्फर, कैल्शियम और जिंक होता है, जबकि TSP में उच्च प्रतिशत फास्फोरस और कैल्शियम नाइट्रेट होता है।
4. एनपीके किस फसल के लिए सबसे उपयुक्त है?
दलहनी फसलें और सब्जी वर्गीय फसलें।







